खोजें

रविवार, 10 जनवरी 2021

तुम मिलो तो....


   



        तुम मिलो तो…….


होठों पे मुस्कानी गुलिस्ताँ सजा रखा है,

हाँ मैने आँसुओं को पत्थर बना रखा है। 


तुम मिलो तो उमड़ कर बरस जाऊं,

सुर्ख आँखों में समंदर छिपा रखा है।।

           अवध कुमार...✍️

2 टिप्‍पणियां:

मुझको मुझमे ही रहने दो

'मेरा दर्द' मुझे ही सहने दो,  'मुझको' मुझमे ही रहने दो । मैं क्या करता हूँ? पता नहीं,   'पर जो क...