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शुक्रवार, 1 जनवरी 2021

अर्ज किया था


         



अर्ज किया था, थोड़ी सी पिला दो। 
तड़पती रूह की, प्यास बुझा दो।

उन्होने ऐसी पिलाई, पीता ही गया,
इल्तिज़ा है,
 आज फिर, होंठों से पिला दो। 
                अवध कुमार..✍️

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