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रविवार, 17 जनवरी 2021

हे! जननी






हे! जननी 


जननी मनोव्यथित न हो,

हे ममतामयी! दुःखित न हो। 


व्याकुल, अनव्स्थित न हो,

भयभीत न हो, माँ त्रसित न हो।।



माँ धैर्य धरो, माँ धैर्य धरो,

व्याकुलता और बढ़ाओ न। 


अनमोल आपके अश्रु-रत्न, 

अँखियन से इन्हे गिराओ न।।



रोने से आपके नभ रोए,

भू भी अपना धीरज खोए। 


जो चरणस्पर्श से पवित्र हुई,

वह घर की खेत की रज रोए।। 


मै हूँ, माँ विचलित न हो, हे ममतामयी! दु:खित न हो। 



 

जब तक शरीर में श्वांस शेष,

तब तलक आत्म-विश्वास शेष। 


सौगंध आपके क्षीर की माँ, 

सौगंध पाणि-लकीर की माँ।। 



होने देता अपमान नहीं, 

खोने देता सम्मान नही।

 

अपयश के तिमिर हटा दूँगा,

मैं सब अपवाद मिटा दूँगा ।।



नभ में सूरज जब चमकेगा,

सब तिमिर दूर हो जाएगा। 


दुखभरी रैन छट जाएगी, 

फिर सुखद भोर हो जाएगा।। 


मेरी मइया विकलित न हो, हे ममतामयी! दुखित न हो। 




क्यूँ नयन आपके द्रवित हुए?

मैं सोंच के भाव-विभोर हुआ।


कोई दबी आह सी फूट पड़ी,

क्लेशित हिय का हर छोर हुआ ।।



सद्मार्ग पे हूँ सन्मार्ग पे हूँ, 

मत सोंचो कि अपमार्ग पे हूँ। 


सत्य प्रेम धर्मच्युत मार्ग,

बतलाए आपके मार्ग पे हूँ।। 



सूर्य-रश्मियों को मइया,

कब तक नीहार ढक पाएगा? 


लाख जलद गरजे बरसे,

तो क्या सूरज बुझ जाएगा?


हे माते! चिंतित न हो, हे ममतामयी! दुःखित न हो। 




तपलीन हुआ भागीरथ तो,

धरती पर गंगा आएगी। 


बसंत ऋतु पर कोयल क्या-

हवा मल्हारें गाएगी।। 



पीपल के नये-नये पत्ते,

देख मनस् हर्षाएगा। 


नव सुमन खिलेंगे उपवन मे,

जग प्रेममयी हो जाएगा।। 



होली मे ढोलक की ताने,

गलियों मे होली के गाने। 


चहुंमुखी प्रेम छा जाएगा,

जैसे द्वापर आ जाएगा।। 


जग प्रेममयी हो जाएगा, आनंदमयी हो जाएगा। 

सर्वतोमुखी बस सुख होगा, भोली मातु भ्रमित न हो।

                               अवध कुमार ।








8 टिप्‍पणियां:

  1. भाई इस कविता के भाव ने हृदय कि गहराइयों को छुआ है बिल्कुल ऐसा नहीं लगता की
    कि इसे किसी महान कवि ने नहीं लिखा। हां बिल्कुल आप बहुत उत्कृष्ट स्तर के कवि,शायर तथा लेखक है। इस कविता के संबंध में मैं और भी कुछ कहना चाहूंगा की ये हर व्यक्ति को पसंद आने वाली है।

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  2. भाई इस कविता के भाव ने हृदय कि गहराइयों को छुआ है बिल्कुल ऐसा नहीं लगता की
    कि इसे किसी महान कवि ने नहीं लिखा। हां बिल्कुल आप बहुत उत्कृष्ट स्तर के कवि,शायर तथा लेखक है। इस कविता के संबंध में मैं और भी कुछ कहना चाहूंगा की ये हर व्यक्ति को पसंद आने वाली है।

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  3. Tiwari जी को सहृदयतापूर्ण आभार 🙏🙏

    जवाब देंहटाएं
  4. बहुत ही सुन्दर काव्यांश पंक्तियां

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. आपको बहुत बहुत धन्यवाद प्रिय।
      कृपया अपना नाम मेन्शन कर दिया करें।
      ताकि हमें समझने में आसानी हो

      हटाएं

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